Praveen Pranavपरखना मत, परखने में कोई अपना नहीं रहताबशीर बद्र का बहुत मकबूल शेर है “परखना मत परखने में कोई अपना नहीं रहता/ किसी भी आइने में देर तक चेहरा नहीं रहता।/ बड़े लोगों से मिलने में…5 min read·Apr 8, 2023----
Praveen Pranavउदय प्रकाश के बहाने बीच के रास्ते की तलाशउदय प्रकाश प्रसिद्ध कवि, कथाकार, पत्रकार और फिल्मकार हैं। JNU के विद्यार्थी रहे हैं। कम्युनिस्ट पार्टी की तरफ रुझान रखने और समर्थन देने के…4 min read·Feb 5, 2021----
Praveen Pranavअभिनव इमरोज़ (डॉ. अहिल्या मिश्र विशेषांक) पत्रिका के लोकार्पण के अवसर पर मेरा वक्तव्यअहिल्या जी के संबंध में कुछ बोलना मेरे लिए इसलिए भी कठिन हो जाता है क्योंकि लगता है मैं अपने परिवार के बारे में बोल रहा हूँ। एक साहित्यकार…4 min read·Jan 14, 2021----
Praveen Pranavसमीक्षा : प्राचीन भारत में खेल-कूद (स्वरूप एवं महत्व)मिलिन्द प्रकाशन, हैदराबाद द्वारा प्रकाशित पुस्तक “प्राचीन भारत में खेल-कूद (स्वरूप एवं महत्व)” (ISBN: 978–81–908990–1–7, प्रथम संस्करण…14 min read·Oct 6, 2020----
Praveen Pranavतू न समझेगा सियासत, तू अभी नादान हैरामधारी सिंह दिनकर ने कभी अपनी कविता ‘समर शेष है’ में लिखा था: “समर शेष है, नहीं पाप का भागी केवल व्याध,/ जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनका भी…12 min read·Sep 24, 2020----
Praveen Pranavप्रतिबद्ध हूँ, संबद्ध हूँ, आबद्ध हूँ — नागार्जुन(जन कवि बाबा नागार्जुन के बारे में एक लेख में कुछ कह पाना संभव नहीं. नागार्जुन द्वारा रचित साहित्य के इतने आयाम हैं कि उन पर जितना भी लिखा…14 min read·Aug 31, 2020----
Praveen PranavNot just ‘measurable key results’, ‘but right & measurable key results’ gets objective…Many organizations today practice OKR (Objectives and Key Results) to attain organizational objective. OKR is a very simple but very…6 min read·Jan 3, 2020----
Praveen Pranavजिंदगी को चाहिए दोनों ही — ‘कुछ कोलाहल, कुछ सन्नाटा’गद्य साहित्य और शोध प्रबंधों के संपादन में गुर्रमकोंडा नीरजा जाना-माना नाम है। यूँ तो नीरजा छिटपुट कविताएं भी लिखती रही हैं, लेकिन परिलेख…7 min read·May 14, 2019----
Praveen Pranavजंगली फूल — जो मुरझाते नहींअंग्रेजी शराब पीने के शौकीन लोगों को कभी यदि गाँव की शराब मिले तो पहले उन्हें लगता है कि इसमें तो कोई नशा ही नहीं है, और वे कुछ ज्यादा ही…8 min read·May 1, 2019----
Praveen Pranavसंपादकीयम — भविष्य का आईना, वर्तमान की नज़रडा० ऋषभदेव शर्मा ने बहुत स्नेह के साथ अपनी ये पुस्तक लगभग एक महीने पहले भेंट की, लेकिन इसे पढ़ने का अवसर अब मिला। इन दिनों व्यस्तता बहुत…8 min read·Apr 29, 2019----